परिचय

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना: देश में पिछले कई अरसों से पारंपरिक खेती की जा रही हैं। बदलते मौसम, किसानों पर कर्ज, धान्य की बढ़ती मांग जैसी समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की शुरआत की हैं। साल 2025-26 के बजट के दौरान शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य खेती में आधुनिकता लाने के साथ ही किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करना और उन्हे आर्थिक रूप से मजबूत करना हैं। इस योजना के तहत किसानों को मुफ्त में कृषि उपकरण,अच्छी गुणवत्ता वाले बिज और अन्य उर्वरक आदि बाटे जाएंगे। साथ ही नई तकनीकियां,सिंचाई में सुधार, फसल में विविधता की जानकारी और वित्तीय सहायता किसानों को मिलेगी। 


अगर आप भी एक किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहिए हैं तो प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में कैसे आवेदन करना है? उसके लिए लगने वाले दस्तावेज और पात्रता की जानकारी अन्त तक पड़े।

Pradhanmantri Dhan-Dhanya Krishi Yojana Overview

विशेषता

विवरण

योजना का नाम


प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025

योजना का नाम (English)


Pradhanmantri Dhan-Dhanya Krishi Yojana 2025

योजना की शुरुवात

1 फरवरी साल 2025 

विभाग


कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय

उद्देश्य



खेती में आधुनिकता लाना और किसानों की आजीविका को बढ़ाना

लाभार्थी



देश के सभी छोटे सीमंत किसान और ग्रामीण परिवार

मुख्य लाभ




मुफ्त में खेती के लिए आवश्यक बिज, उपकरण, उर्वरक आदि प्रदान करना 

पात्रता



सभी सीमंत किसान, कृषि सहकारी समितियां आदि

आवेदन प्रक्रिया

केवल ऑफलाइन

अधिकारिक वेबसाइट

उपलब्ध नहीं हैं

आवश्यक दस्तावेज



खेती से जुड़े प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, आय प्रमाणपत्र आदि

संपर्क जानकारी


अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क करें

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना क्या है?

भारत सरकार द्वारा किसानों के विकास और खेती क्षेत्र को और सक्षम बनाने के लिए शुरू की गई योजनाओं में से एक योजना प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना हैं। इस योजना के अंतर्गत खेतीबाड़ी में नई तकनीकियों के साथ आधुनिकीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। इस योजना के तहत कम उत्पादकता वाले ग्रामीण कृषि क्षेत्र जहां कर्ज की उपलब्धता कम हैं ऐसे 100 जिलों को शामिल किया जाएगा। नई तकनीकियों और एक ही फसल का उत्पाद करने वाले जिलों में फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए इस योजना के अंतर्गत 1.7 करोड़ से ज्यादा किसानों को लाभ दिया जाएगा।


प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का उद्देश्य पारंपरिक खेती में नई तकनीकियां लाना, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना। इसके साथ ही कृषि के लिए आवश्यक सिंचाई में सुधार करना, किसानों को उन्नत खेती के लिए जलवायु- अनुकूल पद्धतियों से अवगत कराते हुए कृषि क्षेत्र का विकास करना भी इस योजना का उद्देश्य हैं। कृषि क्षेत्र का विकास होने पर उत्पादकता बढ़ेगी और किसान भी आर्थिक रूप से सक्षम होंगे। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। इसके साथ मुफ्त में उच्च गुणवत्ता वाले बिज और कृषि के लिए आवश्यक उपकरण, उर्वरक, रसायनों, खतों को उपलब्ध किया जाएगा।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना से मिलने वाले लाभ

जैसे की हमने आपको पहले बताया हैं प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना ग्रामीण क्षेत्रों के कम उत्पादकता वाले कृषि क्षेत्रों के उत्पाद को बढ़ाने के लिए नई तकनीकियों के साथ कृषि और किसानों का विकास करना ही इस योजना का उद्देश्य हैं। अब हम इस योजना के तहत किसानों को क्या - क्या लाभ मिलने वाले हैं इसके बारें आगे बताने जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना से मिलने वाले लाभों की सूची

    1. कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण से फसलों की पैदावार बढ़ेगी। 
    2. योजना के तहत छोटे ग्रामीण किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। 
    3. युवाओं को और कृषि स्टार्टअप को आर्थिक सहायता मिलेगी। 
    4. प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत खेती के लिए लगने वाले उपकरणों पर सब्सिडी दी जाएगी।
    5. उत्पादकता बढ़ाने और फसल विविधिकरण के लिए किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बिज उपलब्ध कराएं जाएंगे।
    6. जिन किसानों के पास सिंचाई सुविधा नहीं हैं उन्हें सिंचाई सुविधा दी जाएगी और जिन के पास पहले से उपलब्ध हैं उनके सिंचाई में सुधार किया जाएगा। 
    7. उत्पाद बढ़ने पर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। 
    8. किसानों को उनके उत्पाद को जमा रखने के लिए रसद, गोदाम और भंडारण की सुविधा दी जाएगी। 

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की पात्रता क्या है?

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले लाभ ज्यादा तर ग्रामीण क्षेत्रों और कम उत्पादकता वाले जिलों के किसानों को शामिल किया जाएगा। तो आइए देखते हैं की इस योजना के तहत कौन-कौन से किसानों को पात्र माना जाएगा।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की पात्रताएं - 

    1. कम उत्पादकता वाले जिलों के सभी छोटे, सीमांत और ग्रामीण क्षेत्रों के किसान।
    2. कृषि सहकारी समितियां भी योजना के तहत आवेदन कर सकती हैं। 
    3. महिला किसानों के साथ ही नई युवा किसान भी योजना के लाभ लेने के लिए पात्र हैं। 
    4. ऐसे परिवार जिनके पास खुद की जमीन/खेती नहीं हैं। 
    5. कृषि से जुड़े तकनीकी स्टार्टअप भी योजना के लिए पात्र माने जाएंगे।
    6. भारत सरकार के अनुसार ग्रामीण समुदाय, स्वयं सहायता समूहों यानी SHG और एफपीओ को भी योजना के तहत शामिल किया जाएगा।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में कैसे आवेदन करना है?

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के आवेदन फॉर्म भरने के लिए अभी तक कोई भी ऑनलाइन ऑफिशियल वेबसाइट उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। फिलाल इस योजना के फॉर्म ऑफलाइन तरीके से जमा किए जाएंगे। आपको इस योजना के फॉर्म कहां और कैसे मिलेंगे और किस कार्यालय में आपको फॉर्म सबमिट करना हैं इसकी जानकारी आगे बताई गई हैं।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की स्टेप बाय स्टेप आवेदन प्रक्रिया-

स्टेप 1 - कृषि कार्यालय में जाए।

आपको पहले अपने जिले के या नजदीकी कृषि कार्यालय में जाना पड़ेगा।

स्टेप 2 - योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।

आपको कृषि कार्यालय में योजना से संबंधित दिए गए विभाग से प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना हैं।

स्टेप 3 - आवेदन फॉर्म में जानकारी दर्ज करें। 

आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी आवश्यक जानकारी जैसे, आवेदक की व्यक्तिगत जानकारी, रेसिडेंशियल और खेती से जुड़ी जानकारी आदि दर्ज करें।

स्टेप 4 - योजना के लिए लगने वाले दस्तावेज जोड़ें।

योजना का आवेदन फॉर्म में अचूकता से पूरी जानकारी भरने के बाद आपको योजना के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेज फॉर्म की साथ जोड़ने पड़ेंगे। जैसे कृषि पर मालिकाना हक़ दिखाने वाले कागज, आधार कार्ड, आय प्रमाण आदि।

स्टेप 5 - आवेदन फॉर्म कृषि कार्यालय में सबमिट करें।

आपको आवेदन फॉर्म को कृषि कार्यालय के अधिकारी के पास जमा करवाना हैं। फॉर्म सबमिट करने से पहले फॉर्म में भरी जानकारी और फॉर्म के साथ जोड़े गए दस्तावेज एक बार चेक कर लें।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में लगनेवाले दस्तावेज

किसानों के लिए चलाई जाने वाली किसी भी योजना के लिए किसानों से कुछ सामान्य दस्तावेजों की मांग की जाती हैं ताकि छोटे से छोटे और ग्रामीण क्षेत्रों के किसान योजनाओं का आसानी से लाभ उठा सके। वैसे ही प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए भी आगे दिए गए कुछ सामान्य दस्तावेज मांगे जा सकते हैं।

    • खेती से संबधित दस्तावेज
    • किसान आय प्रमाणपत्र
    • निवास प्रमाणपत्र
    • आधार कार्ड
    • बैंक खाता

योजना की प्रगति और आँकड़े

केंद्र के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की और से चलाया जा रही पीएम धन-धान्य कृषि योजना किसानों के कल्याण के लिए बनाई गई हैं। 1 फरवरी 2025 से शुरू की गई इस योजना के तहत कम उत्पादकता रखने वाले 100 जिलों को शामिल किया जाएगा। इस योजना को शुरू हुए कुछ ही समय होने के कारण योजना के प्रगति रिपोर्ट अभी बताई नहीं जा सकती हैं। परंतु प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के ध्येय देखते हुए हम बता सकते हैं की इस योजना को 1 करोड़ से ज्यादा जरूरतमंद किसानों तक पहुंचाया जा सकता हैं। इस योजना को सफलता मिलने पर किसानों का और कृषि क्षेत्र का विकास हो सकेगा। भारत में खेती पर निर्भर किसानों की तादात ज्यादा हैं और नई तकनीकियों के साथ कृषि स्टार्टअप शुरू करने में युवा किसान भी रुचि ले रहे हैं। ऐसे में बड़े पैमाने में इन किसानों को योजना का लाभ मिल सके और किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा सके इसलिए केंद्र ने इस प्रोजेक्ट के लिए 1 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट पास किए हैं। 


प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए पिछले बजट से 4% गुना ज्यादा बजट दिया गया हैं। इस योजना के लिए पास किए गए बजट में से कुछ हिस्सा उत्पादकता बढ़ाने और किसानों को वित्तीय सहायता देने के लिए इस्तमाल किया जाएगा। इस योजना को शुरू हुए कुछ महीने हुए हैं और अभी तक योजना की प्रगति और अन्य आंकड़ों की जानकारी अभी तक जारी नहीं की गई हैं। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की आधिकारिक वेबसाइट जल्दी शुरू हो सकती हैं और साथ लाभार्थी किसानों, उन्हे दी गई वित्तीय सहायता और योजना के प्रगति के आंकड़े जल्दी ही जारी किए जाएंगे।

योजना से जुड़ी चुनोतियाँ और उनका समाधान

जैसे की हमने आपको बताया हैं की प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना किसानों के सक्षम बनाने और खेती में आधुनिकता लाने के हेतु से चलाई जा रही हैं। किसानों को फसलों में विविधिकरण के फायदे, उच्च गुणवत्ता वाले बिज, कृषि उपकरण, सिंचाई में सुधार, छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता देने जैसे कई काम किए जाएंगे। इस योजना में किसानों और खेती के विकास कामों का नियोजन किया गया हैं। भारत कृषिप्रधान देश होने के कारण इस योजना को लागू करने के बाद कुछ चुनोतियों का सामना भी करना पड़ सकता हैं।

धन-धान्य कृषि योजना से जुड़ी चुनोतियाँ 

चुनौती 1- कम उत्पादकता वाले कृषि क्षेत्रों के फसलों की पैदावार बड़ाना।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत फीलाल 100 जिलों पर लक्ष केंद्रित किया जाएगा जहां उत्पादकता कम हैं। ऐसे जिलों में किसानों को खेती में आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करना, फसलों के विविधिकरण, टिकाऊ खेती के फायदे और पारंपरिक खेती को आधुनिक बनाने के लिए किसानों का भरोसा पाना मुश्किल हो सकता हैं।

चुनौती 2 - छोटे,सीमांत और ग्रामीण किसानों को खेती के लिए सुलभ कर्ज सुविधाएं देना। 

किसानों को उन्नत खेती के लिए लगने वाली वित्तीय सहायता के अलावा बड़े पैमाने में कर्ज उपलब्ध करने में चुनौतियां आ सकती हैं। किसानों के विकास के लिए लगने वाला समय और लाभार्थी किसानों के अलावा बाकी बचे किसानों को भी इस योजना लाभ देते हुए आसान और सुरक्षित तरीके से किसानों को कृषि कर्ज उपलब्ध कराने में कठिनाइयां आ सकती हैं।

चुनौती 3 - छोटे से छोटे ग्रामीण क्षेत्रों में रोड और नेटवर्क कनेक्टिविटी बढ़ाना। 

किसानों की उत्पादकता बढ़ने के बाद उत्पाद का नुकसान ना हो इसलिए उस उत्पाद को जमा रखने और अच्छे दाम के मार्केट तक पहुंचने के लिए रोड कनेक्टिविटी के साथ नेटवर्क कनेक्टिविटी की जरूरत पड़ेगी।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना से जुड़ी चुनोतियों के समाधान

समाधान 1 - कृषि मित्र या कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा किसानों का प्रशिक्षण और मार्गदर्शन करना।

किसानों को आधुनिक कृषि की नई तकनीकियां, अलग-अलग फसलों की जानकारी और टिकाऊ कृषि का महत्त्व समझाने के लिए विविध कृषि कार्यक्रमों का आयोजन करना। नए और युवा किसानों को प्रशिक्षण देना। इस के साथ ही मल्टी क्रॉप लगाने के लिए और उन्नत खेती के लिए किसानों को जागरूक करते हुए उन्हे प्रेरित करना।

समाधान 2 - कम से कम ब्याज पर कृषि कर्ज देना और चुकाने के लिए दिए गए समय में बढ़ोतरी करना। आवश्यकता पड़ने पर कर्ज चुकाने में छूट देना।

खेती के लिए लिए गए कर्ज की वजह से आज का किसान दबा हुआ हैं। कर्ज की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक खेती को छोड़ आधुनिकीकरण की और किसानों का झुकाव कम हो सकता हैं। किसानों को एकदम आसान तरीके से और कम ब्याज पर कर्ज मिलने पर और कर्ज चुकाने में छूट देने पर किसानों का मनोबल बढ़ेगा।

समाधान 3 - उत्पादकता बढ़ने पर किसानों को अच्छे दाम के साथ मार्केट तक पहुंचने की सुविधाएं उपलब्ध करना।

किसानों में उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने बाद उन्हें उनके उत्पाद को अच्छे दाम मिलेंगे और उस के लिए उत्पाद को मार्केट तक पहुंचाने के लिए सुविधाएं मिलेंगी तो किसान अपने आप कृषि क्षेत्र तेजी से विकास कर पाएंगे।

निष्कर्ष

किसानों के हित के लिए बनाई गई प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का लाभ सही तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों तक पहुंचने पर किसानों और कृषि क्षेत्र का तेजी से विकास हो सकता हैं। इस योजना के तहत रखे गए उद्देश्यों में खेती में आधुनिकता लाना, किसानों को टिकाऊ कृषि और फसल विविधिकरण की जानकारी पहुंचाना, सिंचाई में सुधार करना, उत्पादकता को बढ़ाना आदि का समावेश हैं। अगर आप भी किसान हैं और इस योजना के लिए पात्र हैं तो जल्द ही नजदीकी कृषि कार्यालय में जाके प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का आवेदन फॉर्म भरें और योजना का लाभ उठाएं।

अक्सर पूछे जानेवाले सवाल जवाब

1) प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना की शुरूआत कब हुई?

किसानों को खेती के लिए नई तकनीकियों का उपयोग करके अपने फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए भारत सरकार प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना आर्थिक सहायता दे रही हैं। केंद्र सरकार की इस योजना को कुछ महीने पहले यानी 1 फरवरी साल 2025 को सभी राज्यों के साथ समझोता करते हुए शुरू किया गया हैं। इस योजना के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में पीछे छूटे जिन 100 जिलों को शामिल किया जाएगा उन जिलों के 1 करोड़ से ज्यादा किसानों को इस योजना का लाभ दिए जाएगा।

2) धन-धान्य कृषि योजना के लिए कैसे फॉर्म भरना है?

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत चुने गए 100 जिलों में से एक जिले में आप खेती कर रहे हैं और आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो, आपको अपने जिले के कृषि कार्यालय में जाना होगा। कृषि कार्यालय में आपको धन-धान्य कृषि योजना का आवेदन फॉर्म दिया जाएगा। इस फॉर्म में मैनुअली सभी जानकारी दर्ज करके फॉर्म के साथ दस्तावेज जोड़ने पड़ेंगे। आवेदन फॉर्म सबमिट करने के लिए पूरी तरह से योग्य होने पर उसी कृषि कार्यालय में जाके आपको प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का आवेदन फॉर्म जमा करना हैं। इस तरह से आपको धन-धान्य कृषि योजना के लिए फॉर्म भरना हैं।

3) क्या इसका लाभ छोटे किसान भी उठा सकते है?

हां, प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का लाभ छोटे किसान भी उठा सकते हैं। इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य ही छोटे और सीमांत किसानों, महिला एवं युवा किसानों, कृषि तकनीकी स्टार्टअप, कृषि सहकारी समितियां और ग्रामीण समुदाय आदि को खेती में फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना हैं। इन किसानों को सिंचाई में सुधार के साथ खेती के उपकरण, आवश्यक रसायण, गुणवत्ता वाले बीजों और अन्य उर्वरक आदि का वितरण और कृषि कर्ज सुविधा दी जाएगी।

4) प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में कितनी आर्थिक राशि दी जाती है?

केंद्र सरकार ने शुरू की इस प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत किसानों को आधुनिक खेती के लिए लगने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी। इस योजना के अंतर्गत उच्च गुणवत्ता वाले बीजों,खतों, उर्वरक मुफ्त में दिए जा सकते हैं और सिंचाई और कृषि संबंधित उपकरणों पर सब्सिडी दी जाएगी। इसके साथ ही छोटे किसानों और कृषि स्टार्टअप आदि को उनकी परियोजना के अनुसार खेती के लिए लगने वाले खर्च के लिए आसान तरीके से कर्ज सुविधा दी जाएगी। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत कोई भी निश्चित आर्थिक राशि तय नहीं की गई हैं। आप की जानकारी के लिए बता दे की इस योजना के लिए 2025 के कृषि बजट में 1.37 लाख करोड़ रूपये सरकार द्वारा सैंशन किए गए।

5) योजना में आवेदन करने के लिए अंतिम तिथि क्या तय की गई है?

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को शुरू हुए कुछ महीनों का समय हुआ हैं। इस योजना से जुड़ी कोई भी अधिकारिक जानकारी अभी तक जारी नहीं की गई हैं। योजना के आवेदन फॉर्म भी फिलाल ऑफलाइन तरीके के से जमा करवाएं जाएंगे। इस योजना में आवेदन करने के लिए अंतिम तिथि की जानकारी और योजना की ऑफिशियल वेबसाइट अभी तक लॉन्च नहीं की गई हैं। इस योजना से जुड़े अपडेट्स के लिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से जानकारी हासिल कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के किसान अपने क्षेत्र के तलाठी कार्यालय से भी संपर्क कर प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के आवेदन की अंतिम तिथि जान सकते हैं।