परिचय
खाद्य सुरक्षा योजना राजस्थान: देश मे भुखमरी की समस्या से लड़ने के लिए समय समय पर अच्छे स्तर का खाद्य गरीब परिवारों को उपलब्ध कराने हेतु ‘खाद्य सुरक्षा योजना’ की शुरुआत की गई हैं। राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को गेहूं, दाल आदि अनाज मुफ्त में दिया जाएगा। योजना के लाभ लेने हेतु खाद्य सुरक्षा पोर्टल की शुरुआत की गई है, जिसमें ऑनलाइन आवेदन कर खाद्य सुरक्षा राशन कार्ड बना सकते है।
ध्यान दे, हाल ही में आई खबरों के अनुसार 17 नवम्बर से 19 नवम्बर तक के लिए खाद्य सुरक्षा पोर्टल को शुरू किया गया है, जिनका नाम खाद्य सुरक्षा योजना में नही जुड़ा है वह इस बार कर सकते है।
खाद्य सुरक्षा योजना बिहार |
खाद्य सुरक्षा योजना क्या है?
राजस्थान सरकार द्वारा पहले से खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) चलाई जा रही है। पर इसे कुछ समय पहले बंद कर दिया गया था, जिस वजह से राशनकार्ड धारकों को अनाज नही मिल रहा था। पर हाल में हुई एक मीटिंग में सरकार द्वारा वापस से खाद्य सुरक्षा योजना की शुरुआत करने का निर्णय लिया गया हैं। अब पहले की तरह सभी राशनकार्ड धारकों को गेहूं, दाल और अन्य अनाज दिया जाएगा।
बता दे कि इस वर्ष केवल सप्टेंबर महीने तक ही खाद्य सुरक्षा योजना में जिनका नाम दर्ज नही है, या फिर जिनका राशन कार्ड नही है, उनका नाम जोड़ने का समय दिया गया था, जिसके लिए खाद्य सुरक्षा पोर्टल भी शुरू किया गया था। यह शुरुआत में केवल 13 जिलों के लिए खोला गया था। 30 सप्टेंबर 2024 के बाद पोर्टल को बंद कर दिया गया था, पर अभी भी बहुत से लोगो का नाम khadya suraksha yojana में जुड़ना था, इसलिये 17 से 19 नवम्बर 2024 तक पोर्टल को वापस से शुरू किया गया है।
खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लाभ, पात्रता, दस्तावेजों की सूची और आवेदन की सम्पूर्ण प्रक्रिया के बारेमे हम आगे विस्तार से जानेंगे, तो अंत तक बने रहे।
खाद्य सुरक्षा पोर्टल क्या है?
जैसे कि हमने ऊपर बताया, यह एक मंच है जिसकी सहायता से नागरिक खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़ सकते है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य की खाद्य से जुड़ी जानकारी लोगो तक पहुचाई जाती है।
खाद्य सुरक्षा पोर्टल का उद्देश्य
- इसके माध्यम से गरीब परिवार को खाद्य सेवा उपलब्ध की जाएगी।
- खाद्य सुरक्षा से संबंधित जो भी जानकारी है वह इस पोर्टल के माध्यम से लोगो तक पहुचाई जाएगी।
- जो भी लोग योजना के पात्र होंगे उन्हें बिना किसी जटिल प्रक्रिया के आसानी से खाद्य सुविधाएं दी जाएगी।
- खाद्य सुरक्षा राशन कार्ड, खाद्य सुरक्षा में अपना नाम दर्ज करना, खाद्य सुरक्षा से जुड़ी कोई भी शिकायत आदि दर्ज करना, सबकुक खाद्य सुरक्षा पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
खाद्य सुरक्षा पोर्टल से नागरिकों को क्या सहायता मिलेगी
1) राशन कार्ड में अपना नाम दर्ज करना है, नया राशन कार्ड बनवाना है, परिवार के किसी सदस्य का नाम लिस्ट से हटाना है, परिवार की आधार जानकारी अपडेट करनी है, तो खाद्य सुरक्षा पोर्टल की सहायता से होगा।
2) राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम जिसे NFSA भी कहते है, उसमें लाभार्थियों का नाम होना चाहिए, यदि नही है तो दर्ज करने के लिए खाद्य सुरक्षा पोर्टल पर आवेदन करने से ही होगा।
3) खाद्य सुरक्षा का लाभ मिलनेपर राशन कार्ड धारक को कितना अनाज (चावल, गेंहू, दाल, तेल, चीनी) आपके हिस्से में आता है, इसका विवरण पोर्टल के माध्यम से ही होगा।
4) राशन कार्ड में कोई बदलाव करना है, या फिर राशन की दुकान पर कुछ गड़बड़ है, अन्य कोई शिकायत या सहायता प्राप्त करनी है तो पोर्टल के माध्यम से ही होगा।
5) ई-मित्र केंद्र एक ऐसी जगह है जहाँपर आपको सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त होगी। लेकिन ई-मित्र केंद्र की जानकारी आपको खाद्य सुरक्षा पोर्टल से प्राप्त होगी।
राजस्थान खाद्य सुरक्षा योजना से मिलनेवाले लाभ
राजस्थान खाद्य सुरक्षा योजना से कई तरह के लाभ गरीब परिवारों को दिया जाता है। यह एक अन्नपूर्णा योजना है जिसमें अच्छे स्तर का अनाज बेहद कम कीमत में गरीब परिवारों को दिया जाता है। हर किसी गरीब के पेट मे 2 वक़्त का अच्छा खाना जाए, इसलिए खाद्य सुरक्षा योजना से यह मिशन शुरू किया गया हैं।
1) बेहद सस्ते दामों में अनाज
- गेंहू - 2₹ प्रति किलो
- चावल - 3₹ किलो
- जवार - 1₹ किलो
- मक्का - 1₹ किलो
- बाजरा - 1₹ किलो
- शक्कर - 20₹ किलो
- खाने का तेल - 30₹ किलो
इन दरों पर वंचित परिवारों को अनाज उपलब्ध कराना।
2) गरीब और वंचित परिवारों को खास प्राथमिकता
जो भी परिवार बीपीएल में, SC, ST, OBC आदि वर्गों से है, विधवा महिलाएं, बुजुर्ग, विकलांग, अनाथ जैसे जरूरत मंद लोगो को कम दरों में अनाज मुहैया कराना।
3) राज्य में भुखमरी और बीमारियों को कम करना
भूख के वजह से हर साल दुनियाभर में कई बच्चे, बुजुर्ग अपनी जान खो देते है। इस परेशानी को कम करने और आनेवाले समय मे पूरी तरह से नष्ट करने के लिए हर महीने मुफ्त या फिर कम दरों में अनाज देना।
4) पैसे की बचत
बाजार में गेहूं - 35₹ प्रति किलो और चावल 50 से 60₹ किलो के दरों पर मिलता है, जिसे हर कोई खरीद नही सकता है। ऐसा में दिन में 300₹ दिहाड़ी कमाने वाला सामान्य नागरिक भी अनाज खरीदने के चक्कर मे अपने पैसों की बचत नही कर सकता। पर खाद्य सुरक्षा योजना से गरीबों के पैसे भी बचेंगे जिसका इस्तेमाल वह अपने स्वास्थ और भविष्य हेतु कर सकते है।
खाद्य सुरक्षा योजना की पात्रता क्या है?
राजस्थान खाद्य सुरक्षा योजना में आवेदन करने से पहले यानी कि अपना राशन कार्ड बनवाने से पहले कुछ पात्रताओं को पूरा करना होगा। यह पात्रता ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए लगभग एक जैसी ही है, तो आईए जानते है, विस्तार से।
खाद्य सुरक्षा योजना की ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र पात्रता
- आवेदक गरीब परिवार यानी बीपीएल परिवार से होना चाहिए
- अंत्योदय परिवार यानी सबसे गरीब व्यक्ति जैसे विधवा, अनाथ, बुजुर्ग है वह योजना के पात्र है
- अन्नपूर्णा योजना का लाभ ले रहे परिवार भी खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र है
- श्रमिक वर्ग पात्र है
- भूमिहीन किसान योजना के पात्र है
- बंधुआ मजदूर भी योजना के पात्र है
- रिक्शा चालक पात्र है
- कुष्ठरोगी या किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति योजना के पात्र है
खाद्य सुरक्षा योजना की ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र अपात्रता
- एकल नारी पेंशन योजना का लाभ लेनेवाली महिलाएं इसके पात्र नही है
- राष्ट्रीय या राज्य पेंशन योजनाओं का लाभ ले रही व्यक्ति भी खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र नही है
- विकलांग पेंशन लेनेवाला व्यक्ति पात्र नही है
- मनरेगा में 100 दिन की मजदूरी करने वाला व्यक्ति पात्र नही है
- सरकारी कर्मचारी पात्र नही है
- आस्था कार्डधारी परिवार योजना के पात्र नही है
- यदि परिवार का कोई भी सदस्य आयकरदाता है तो वह इस योजना का लाभ नही उठा सकता
- जिनके पास कम से कम 1000 स्क्वायर फुट का पक्का मकान है वह अपात्र है
- जो परिवार साल में 1 लाख से अधिक कमाता है वह खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र नही है
- जिनके पास खुदका निजी वाहन है वह भी अपात्र है
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