परिचय

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना: लघु जल संसाधन विभाग, बिहार द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई हैं। इसके माध्यम से किसानों को उनके खेती के लिए निजी नलकूप (बोरवेल) लगाकर दिया जाएगा। यह बोरवेल का मोटर पंप 15 से 70 मीटर की गहराई तक का होगा और इसकी शक्ति लगभग  2 - 5hp तक कि होगी। बिहार में किसानों के लिए 50 से 80% अनुदान पर यह निजी नलकूप लगाकर दिया जाएगा। यानी पहले किसानों को पैसे भरकर पम्प लगाना होगा और बादमे इसके पैसे किसानों के बैंक खाते में 2 किश्तो में भेजे जाएंगे। 


मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना बिहार के बारेमे विस्तार से जानना है तो पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें, इसमें हम फॉर्म कैसे भरना है, क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे और योजना की लास्ट डेट के बारेमें जानेंगे।


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मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना बिहार

बिहार निजी नलकूप योजना 2024 क्या है?

‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए बिहार निजी नलकूप योजना को शुरू किया गया है। बिहार में इस योजना के माध्यम से लगभग 30 हजार निजी नलकुल (बोरवेल) लगावाये जाएंगे। हर किसान के खेत मे सिंचाई के लिए पानी हो, इसलिए खेत मे 70 मीटर तक बोरवेल की खुदाई की जाएगी और 2 से 5 हार्सपावर का मोटर लगाया जाएगा। इसमें जितना भी खर्चा लगेगा उसे शुरुआत में किसान को अपने जेब से देना होगा, जिसे बादमे किसान को अनुदान के रूप में वापस किया जाएगा।


हर किसी के खेत के पास पानी का कोई स्त्रोत नही होता है, ऐसे में किसानों को सिंचाई के समय परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए बिहार सरकार मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना से ऐसी जमीनों पर बोरवेल की खुदाई करके मोटर पंप लगाने के लिए किसानों को सहायता करेगी। इसमें सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए विशिष्ट अनुदान दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना बिहार से मिलने वाले लाभ

असिंचित क्षेत्रो में पानी की समस्या को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना, बिहार में शुरू की गई है। इसके लाभों की बात करें तो वह कुछ इसप्रकार है - 

    1. बिहार के किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल खुदाई और मोटर पंप लगाकर दिया जाएगा। 
    2. बोरवेल को लगनेवाले पूरे खर्चे में से 50 से 80% की राशि अनुदान में किसानों को वापस की जाएगी।
    3. किसान, खेत मे अपने पसंदीदा किसी भी जगह पर  बोरवेल की खुदाई कर सकता है, और जो भी मोटर उसे लगानी है, वह लगा सकता है।
    4. अनुदान की राशि 2 किश्तो में किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
    5. मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना का फॉर्म ऑनलाइन और ऑफलाइन भर सकते है और कुछ भी समस्या हो उसकी तकरार भी दर्ज कर सकते है।
    6. मोटर पंप 2 से 5 HP तक लेने की अनुमति किसानों को दी जाएगी। 
    7. 4 से 6 व्यास गहराई तक कि बोरवेल की अनुमति दी जाएगी।
    8. नलकूप के लिए 1200₹ प्रति मीटर अनुदान दिया जाएगा। इसमें सामान्य वर्गों के लिए 50% की सब्सिडी, पिछड़े वर्ग के लिए 70% और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए 80% की सब्सिडी दी जाएगी।
    9. 2HP की मोटर के लिए 20 हजार रुपये, 3 HP की मोटर के लिए 25 हजार रूपए, 5 HP की मोटर के लिए 30 हजार रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा।
    10. बिहार में कुल 18747 जगहो पर यह निजी नलकूप लगाए जाएंगे।

बिहार निजी नलकूप योजना 2024 की पात्रता क्या है?

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना जिसे निःशुल्क बोरिंग योजना भी कहते है, इसमें आवेदन करने से पहले इसकी पात्रता को समझना बेहद जरूरी है। पात्रता मापदण्डो को इसलिए रखा गया है ताकि जिन किसानों को निजी नलकूप की आवश्यकता है केवल उन्हीं को मिल सके। राज्य में चल रही अन्य सिंचाई योजना के माध्यम से पहले ही कई किसानों को सिंचाई पंप अनुदान पर दिया जा चुका है, अब यह योजना केवल उन्हीं किसानों के लिए है जिन्हें इसके पहले अन्य किसी योजना का लाभ नही मिला है। 

तो चलिए विस्तार से पात्रता मापदण्डो के बारेमें जानते है।

    1. योजना के लिए बिहार की कुछ 21274 जगहों को चुना गया है, इसलिए जो किसान इन जगहों से है, वह इसके पात्र रहेंगे।
    2. जिन जगहो पर पानी का स्त्रोत है उन जगहों के किसानों के लिए योजना का लाभ नही मिलेगा। 
    3. जो छोटे किसान है, जिनके पास कम से कम 0.40 एकड़ की जमीन है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
    4. जिस जगह पर पहले से कोई बोरवेल नही थी, या फिर जिन्होंने पहले किसी अन्य कृषि सिंचाई योजना का लाभ नही लिया है, वह इसके पात्र होंगे। 
    5. किसान को कम से कम 15 मीटर तक बोरवेल लगाना ही होगा। यदि 15 मीटर से कम पर बोरवेल लगाई जाती है तो किसान को अनुदान नही मिलेगा, यानी वह पात्र नही माना जायेगा।
    6. एक किसान केवल एक ही बार आवेदन कर पाएगा और एक परिवार से एक ही आवेदन स्वीकार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना में आवेदन कैसे करें

Mukhyamantri Niji Nalkup Yojana में फॉर्म भरने से पहले उससे जुड़े सभी नियमों को समझ ले और बादमे ही आवेदन की प्रक्रिया की ओर बढ़े। आवेदन करने की प्रक्रिया, ऑनलाइन माध्यम से की जाएगी। तो चलिए एक एक करके प्रक्रिया को विस्तार से समझते है।

बिहार शताब्दी निजी नलकूप योजना Online प्रक्रिया

स्टेप 1 - मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना की वेबसाइट पर जाए

सबसे पहले Mwrd bihar online इस वेबसाइट पर जाए। या फिर https://mwrd.bih.nic.in/mnny/Default.aspx सीधा पोर्टल पर जाए। यहाँपर योजना के जुड़ी सभी जानकारी pdf के रूप में प्राप्त हो जाएगी। साथ ही योजना के लिए आवश्यक घोषणापत्र भी यही से प्राप्त होंगे। 

स्टेप 2 - आवेदन प्रक्रिया के विकल्प को चुने

पोर्टल पर पहुच जाने के बाद, ऊपर कोने में 3 लाइन दी हुई है, उसपर क्लिक करें। यहाँपर क्लिक करने पर आपको ‘आवेदन’ का विकल्प देखने को मिलेगा, उसपर क्लिक करे। क्लिक करने के पश्चात ‘आवेदन प्रक्रिया’ का विकल्प दिखेगा, उसपर क्लिक करें। एक नया पेज खुल जायेगा।

स्टेप 3 - आवेदन करने के पोर्टल पर जाए

अब आप फॉर्म भरने के पोर्टल पर चले जायेंगे। (https://mwrd.bih.nic.in/mnny/openApplication.aspx) यहाँपर आपको 3 - 4 प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा, जैसे कि आपकी व्यक्तिगत जानकारी, खेती से जुड़ी जानकारी, सिंचाई की जानकारी, मोटर पम्प की जानकारी दर्ज करनी होगी, दस्तावेजो को अपलोड करना होगा।

स्टेप 4 - आवश्यक दस्तावेजों को जमा करें

फॉर्म को शुरू करने से पहले नीचे हमने कुछ जरूरी दस्तावेजों की सूची दी है, वह सभी दस्तावेजों को जमा कर ले, उन्हें तैयार कर ले और फिर आवेदन की प्रक्रिया को शुरू करें।

स्टेप 5 - पूछी गई जानकारी दर्ज करें

फॉर्म को खोलते ही, सबसे पहले आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आपका नाम, पता दर्ज करना है। इसके बाद आपके आधार और अन्य दस्तावेजों की जानकारी दर्ज करनी है। बादमे आपके खेती से जुड़ी जानकारी देनी है, और साथ ही सिंचाई के लिए मोटर कौनसी लेंगे, किस जगह पर बोरवेल लगाई जाएगी, कितना मीटर ओर खुदाई होगी आदि सब जानकारी देनी है।

स्टेप 6 - मोबाइल नंबर, आधार और बैंक खाता विवरण

जानकारी दर्ज करने के बाद आपके आधार कार्ड और बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर को ओटीपी के माध्यम से वेरीफाई करना है, और आधार कार्ड को भी ओटीपी से वेरीफाई करना है। 


फॉर्म में अनुदान की राशि जमा करने हेतु आपके बैंक खाते की जानकारी भी पूछी जाएगी, उसे सही से दर्ज करें। 

स्टेप 7 - अभिलेखों को फॉर्म में अपलोड करें

अभी फॉर्म के अंतिम चरण में आपको संबंधित अभिलेखों को स्कैन करके अपलोड करना है। इसमें आपका आधार कार्ड, भू-धारकता प्रमाणपत्र, किसान का जाती प्रमाणपत्र, जमीन का फोटो, जहाँ बोरवेल लगानी है उस जगह का फोटो, किसान का फोटो आदि।

स्टेप 8 - नियम एवं शर्तो को पढ़ें 

अभिलेखों को अपलोड करने के बाद, अंत मे कुछ नियम एवम शर्ते दी हुई होगी, उन्हें अच्छेसे पढ़ ले और बॉक्स पर टिक करें। अभी फॉर्म को एकबार शुरू से पढ़ ले, और यह सुनिश्चित करें कि ड्सर्ज की हुई सभी जानकारी सही है, यदि कुछ भी गलत नजर आता है तो तुरंत बदलाव करें। 


मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना का फॉर्म एकबार सबमिट करने और उसमें गलती होने पर किसी भी तरह के बदलाव नही किए जा सकते, इसलिए फॉर्म को 2 - 3 बार अवश्य चेक करें। 

स्टेप 9 - फॉर्म को सबमिट करे

यदि सबकुक सही है तो फॉर्म को सबमिट करें। जिसके बाद आपको एक ‘आवेदन संख्या’ प्राप्त होगी, जिसे संभालकर रखना है, इसके माध्यम से आप अपने आवेदन की स्थिति पता कर सकते है। 


इसप्रकार से 9 चरणों की प्रक्रिया के पश्चात आपका बिहार शताब्दी निजी नलकूप योजना Online form पूरा हो जाएगा। इसके बाद फॉर्म को आगे जांच के लिए भेजा जाएगा, जिसे स्वीकृति मिलने के बाद अनुदान को आपके बैंक खाते में भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना ऑनलाइन आवेदन करने बाद होनेवाली प्रक्रिया

मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना, बिहार में आवेदन करने के बाद किसान और दस्तावेजों की जांच होगी।

    1. पहले कार्यपालक अभियंता, फिर कनीय अभियंता, फिर सहायता अभियंता द्वारा जांच की जाएगी। 
    2. किसान के खेती और बोरवेल लगाने की जगह की जांच होगी। और अधिकारियों द्वारा एक जगह सुनिश्चित करके दी जाएगी। (आवश्यकता होनेपर)
    3. इसके बाद किसान से घोषणापत्र लिया जाएगा, जिसमें यह लिखा होगा कि इसके पहले उसने किसी भी सिंचन अनुदान योजना का लाभ नही लिया है।
    4. इसके बाद किसान के आधार कार्ड को अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन वेरीफाई किया जाएगा। 
    5. भू-धारक प्रमाणपत्र की जांच की जाएगी।
    6. साथ ही ओरिजिनल जाती प्रमाणपत्र की जांच होगी और ऑनलाइन वेरफिकेशन किया जाएगा।
    7. अन्य कोई जांच यदि आवश्यक है तो अधिकारियों द्वारा की जाएगी। 

यह सब होने के बाद, यदि सबकुक सही होता है, तो अधिकारियों द्वारा आपको स्वीकृति दी जाती है। यदि स्वीकृति मिलती है तो किसान को 60 दिनों के भीतर बोरवेल की खुदाई करनी ही होगी। जैसे ही खुदाई होगी और जमीन से पानी निकाला जाएगा, तब वह फ़ोटो खिंचकर किसान को ‘अनुदान हेतु दावा प्रक्रिया’ में जाकर फ़ोटो को अपलोड करना होगा। जब यह फोटो स्वीकार होगा तब मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना अनुदान की पहली किश्त किसान यानी आपके बैंक खाते में DBT के माध्यम से भेजी जायेगीं। 


इसके बाद जैसे ही बोरवेल की खुदाई कर, मोटर को लगाया जाएगा और पानी का इस्तेमाल 4 से 5 दिनों तक किया जाएगा, उसके बाद मोटर के साथ वाली फ़ोटो निकालकर किसान को ‘अनुदान हेतु दावा प्रक्रिया’ पर अपलोड करना होगा, जिसके बाद अनुदान की दूसरी और अंतिम किश्त किसान के बैंक खाते में डाल दी जाएगी।