परिचय

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना: महाराष्ट्र सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई कृषि योजनाओं में से एक है। इसका उद्देश्य किसानों को सहायता करना और कृषि को बढ़ावा देना है। कृषि को बेहतर बनाकर किसानों की आय को बढ़ाना भी इसका एक उद्देश्य है। योजना के तहत इसमें किसानों को सिंचाई, कृषि उत्पादन को बढ़ाने और कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। योजना से मिलने वाले सभी लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया को जानकारी प्राप्त करने हेतु पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।


nanaji deshmukh krishi sanjivani yojana
नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना

Nanaji Deshmukh Krishi Sanjivani Yojana Overview

विशेषता

विवरण

योजना का नाम

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना

योजना का नाम (English)

Nanaji Deshmukh Krishi Sanjivani Yojana

योजना की शुरुवात

साल 2018 में

विभाग

कृषि विभाग महाराष्ट्र (POCRA)

उद्देश्य


सूखा और जलवायु प्रभावित कृषि भूमि को बेहतर बनाने में सहायता

लाभार्थी


केवल ऐसे किसान जिनकी जमीन सूखे और जलवायु से प्रभावित है। 

मुख्य लाभ


सिंचाई यंत्र, खर्चो पर सब्सिडी, उत्पादन में बढ़ोतरी, आर्थिक सहायता

पात्रता

केवल महाराष्ट्र के किसान

आवेदन प्रक्रिया

ऑनलाइन और ऑफलाइन

अधिकारिक वेबसाइट



https://dbt.mahapocra.gov.in 


https://mahapocra.gov.in/

आवश्यक दस्तावेज


कृषि विषयक दस्तावेज, भूमि दस्तावेज, किसान पहचान पत्र आदि

आवेदन की अंतिम तारीख

अभी तक जारी नही की है


संपर्क जानकारी


कृषि विभाग महाराष्ट्र शासन हेल्पलाइन नंबर - 022-22153351

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना क्या है?

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना एक कृषि से जुड़ी योजना है, जिसके माध्यम से महाराष्ट्र के किसानों को सिंचाई यंत्र, उत्पादन को बढ़ाने में सहायता और कृषि हेतु लगनेवाले यंत्रों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। साल 2018 से यह योजना चलती आ रही है, जिसके माध्यम से अभी तक कई जरूरत मंद किसानों की मदद की गई है। इसमें ऐसे किसानों को सहायता दी जाती है, जिनकी खेती जलवायु से और सूखेपन से प्रभावित है।


नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना से ना ही कृषि में प्रगति होगी बल्कि किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। कृषि विषयक नई नई जानकारी प्राप्त कर, आवश्यक यंत्रों और तकनीकी ज्ञान से किसान अपने खेती को बेहतर बना पायेगा। किसानों की वर्षों से चलती आ रही धरोहर को नए तरीके से विकसित करने के लिए यह योजना एक बेहतर विकल्प है। 


महाराष्ट्र सरकार और वर्ल्ड बैंक द्वारा चलाईं जा रही नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना/प्रकल्प में ऐसे जगहों को टारगेट किया जाएगा, जो जमीनें सूखे के वजह से या फिर क्लाइमेट चेंज (वातावरण में बदलाव) के कारण से प्रभावित है। ऐसी जमीनों पर खेती करना लगभग मुश्किल ही होता है, इसलिए सरकार की सहायता से नए टेक्नोलॉजी और क्लाइमेट-स्मार्ट टेक्नोलॉजी से इन चुनौतियों से लड़ा जाता है।


तो चलिए अब योजना की गहराई में जाकर, हर पहलू के बारेमें जानते है।

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना 2024 के लाभ क्या है?

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी प्रकल्प से कृषि को के नैसर्गिक चुनौतियों से बचाकर, बेहतर बनाने के लिए के तरह की सुविधाएं एवम लाभ किसानों को दी जाती है। 

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना के लाभ

1) कृषि उत्पादन को बढ़ाने में सहायता

टेक्नोलॉजी की मदद से कृषि भूमि को बेहतर बनाकर, सिंचाई की सभी सुविधाएं देकर, उत्पादन को बढ़ाने में नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना सहायता प्रदान करती है। 

2) सूखे से प्रभावित जमीन पर सिंचाई का बंदोबस्त करना

जमीन पर सूखा पड़ने से फसल ना होना, इसी कारण को ध्यान में रखकर सोलर पैनल वाला सिंचाई यंत्र को खेती में इनस्टॉल करना और खेती में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करना, नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना करती है। 

3) क्लाइमेट स्मार्ट टेक्नोलॉजी की मदद

खेती के लिए स्मार्ट टेक्नोलॉजी की मदद से अलग अलग उपकरणों को बढ़ावा देना। पाली हाउस, पाली टनल जैसे सुरक्षित कृषि तकनीकों के लिए योजना आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

4) डिजिटल माध्यम से प्रक्रिया

नानाजी देशमुख कृषी संजीवनी योजना के लिए आवेदन से लेकर लाभ मिलने तक, सभी प्रक्रिया ऑनलाइन और स्ट्रेस फ्री होती है। योजना का लाभ मिलने पर, आर्थिक सहायता को DBT के माध्यम से सीधा बैंक खाते में भेजा जाता है।

5) जन संसाधन का निर्माण

खेती के लिए ड्रिप इरीगेशन, स्प्रिंकलर इरीगेशन, फार्म पॉन्ड, और फार्म पॉन्ड लाइनिंग जैसी सुविधाएं दी जाती है। इनमें लगने वाले सभी खर्चो पर सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाती है। 

6) महिला शशक्तिकरण को बढ़ावा

स्वयंसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को कृषि विषयक जानकारी उपलब्ध करना। खेती को बेहतर तरीके से एकरने के लिए मार्गदर्शन हेतु ‘कृषि ताई’ नामक महिला लीडर को नियुक्त करना।