परिचय
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना 2024: महाराष्ट्र में बहुत पहले से भेड़ पालन का व्यवसाय चलता आ रहा है, लगभग 1 करोड़ से ज्यादा धनगर समाज (भेड़ पालने वाले) महाराष्ट्र में है, जिनकी रोजी रोटी ही इस व्यवसाय पर निर्भर है। कुछ सालों से इस समुदाय के लोगो की रोजी रोटी का साधन यानी कि भेड़ पालन खतरे में आ गया है, इसी को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना की शुरुवात की है। यह योजना 2017 से चलती आ रही है, पर इस वर्ष इस योजना में बेहद बदलाव देखने को मिले है।
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना |
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना क्या है?
महामेष योजना 2024 की शुरुवात धनगर समाज और भेड़ पालन व्यवसाय को जीवित रखने हेतु बनाया गया है। पिछले कुछ वर्षों से भेड़ पालन कम होने के वजह से धनगर समाज जो कि भेड़ बकरी चराकर अपनी आजीविका चलाते है, उनका नुकसान होते नजर आ रहा है। साथ ही भेड़ पालन कम होने के वजह से भेड़ से मिलने वाला दूध, मांस, साथ ही दूध और ऊन से निर्माण होने वाले व्यवसायो की संख्या भी घटती जा रही है।
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना के जरिए महाराष्ट्र सरकार इस व्यवसाय को जीवित रखना चाहती है, इसलिए जो भी लोग धनगर समाज (घुमंतू समाज) से आते है, उन्हें भेड़ें दी जाएगी, जिसपर उन्हें 75% की सब्सिडी भी दी जाएगी। ताकि आनेवाले समय मे एक अच्छे ब्रीड की भेडों की संख्या बढ़े और जो भी धनगर समाज के युवक बेरोजगार है उन्हें रोजगार मिल सके। यह योजना महाराष्ट्र के लगभग 34 जिलों में लागू की जाएगी जिससे कि अधिक से अधिक धनगर समाज mahamesh yojana 2024 का लाभ उठा सके।
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना से मिलने वाले लाभ
योजना के उद्देश्य के बारेमें तो हमने बता दिया, अब नजर डालते है कि राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना से आखिर क्या क्या लाभ आपको मिलने वाले है। लाभों की सूची कुछ इसप्रकार है -
हर एक चरवाह को 20 मादा भेड़ें और 1 नर भेड़, ऐसे कुल 21 भेड़ो का झुंड दिया जाएगा।
योजना का लाभ एक जगह पर रहकर भेड़ पालने वाले चरवाहा और समय समय पर एक गाँव से दूसरे गांव भटकते रहने वाले चरवाहा समूह दोनों को दिया जाएगा।
भेडों की देखभाल के लिए अच्छे स्तर का खाद्य और दवाइया दी जाएगी।
महाराष्ट्र में इस वर्ष लगभग 1000 चरवाह को यह 1 - 1 झुंड दिया जायेगा। जीसमे भेंडो के कुल खर्चे मे से 75% खर्चा सरकार देगी और बाकी 25% ख़र्चा चरवाहा का अपना खुदका होगा।
इस एक झुंड की कीमत लगभग 3 लाख 33 हजार रुपए है, जिसमें से 75% यानी कि 2 लाख 49 हजार 750₹ सरकार देगी और बाकी 25% यानी केवल 50,625₹ चरवाहा को खुद भरना होगा।
21 भेडों के अलावा भेड़ो के लिए संतुलित खाद्य भी सरकार द्वारा उपलब्ध किया जाएगा।
यह भेड़ें दक्खणी, माड़ग्याल नामक प्रजाति की है।
जिन लोगो के पास पहले से ही भेड़ें है, उन्हें भी Mahamesh Yojana 2024 के तहत भेडों की देखभाल के लिए अनुदान दिया जाएगा। जो कुल खर्चे के लगभग 75% होगा।
जिनके पास पहले से भेड़ें है, उन्हें हर साल अप्रैल से जुलाई महीनों में भेडों के लिए सरकार द्वारा खाद्य उपलब्ध किया जाएगा, जिस वजह से धुपकाल में भेडों के खाद्य की कमी नही होगी।
इस 4 महीनो की अवधि में हर एक भेड़ को रोजाना 100 ग्राम संतुलित खाद्य दिया जाएगा।
लगभग 25 चरवाहों को हरी घास से खाद्य बनाने वाली मशीन भी दी जाएगी। जिसकी कुल कीमत 8 लाख रूपए है, जिसमें से 4 लाख रूपए सरकार देगी और 4 लाख रुपए चरवाहा को खुदसे भरने होंगे। यानी कि 50% की सब्सिडी राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना द्वारा दी जाएगी।
साथ ही जिन धनगर समाज के युवकों को अपना खुदका पशुखाद्य कारखाना (फैक्टरी) शुरू करनी है, उन्हें भी Mahamesh Yojana 2024 के माध्यम से 50% की सब्सिडी दी जाएगी। यानी कि एक फैक्टिरी लगाने का खर्चा कुल 10 लाख रुपए है, तो उसमे से 5 लाख रूपए की राशि सरकार द्वारा दी जाएगी।
महामेश योजना का लाभ धनगर समाज की महिला बचत समूह और पशुखाद्य निर्माण कंपनियों को भी दिया जाएगा।
स्थायी रूप से भेड़ पालन करने वाले चरवाहों को भेड़ो के लिए शेड बनाने का खर्चा, बाड़ बनाने का खर्चा, पानी पीने के और खाना बनाने के कुछ बर्तन, फाइबर की बाल्टी, और कुछ जरूरी सामान जो भेड़ो की देखभाल के लिए आवश्यक है, साथ ही दवाईयां, भेड़ो का इन्शुरन्स, खाद्य और खाद्य उगाने के बीज यह सबकुछ खरिदने के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। यह अनुदान 50% या उससे अधिक भी हो सकता है।
एक जगह से दूसरे जगह जाकर भेड़ पालन करने वाले चरवाहा को भोजन और पानी पीने के लिए बर्तन, तंबू, कपास की बोरिया, प्रवास के दौरान सामग्री के परिवहन के लिए काठी, फाइबर बाल्टी और अन्य सामग्री, कीटनाशक, दवाएं और खनिज ईंटें, और पशुधन और खाद्य, साथ ही भेड़ो का इन्शुरन्स (बीमा) भी प्रदान किया जाएगा, इसमें लगने वाले कुल खर्चे में सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा।
महामेश योजना की पात्रता
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना में आवेदन करने से पहले उसकी पात्रता आपको पता होनी चाहिए, क्योंकि इसका लाभ केवल पात्र 1000 लोगो को ही दिया जाएगा। पात्रता की सूची कुछ इसप्रकार है -
महामेष योजना में केवल महाराष्ट्र के लोग धनगर समुदाय के लोग ही आवेदन कर सकते है।
आवेदनकर्ता की उम्र कम से कम 18 साल और अधिक सी अधिक 59 साल हो।
Mahamesh Yojana 2024 में महिलाओं को 30% का आरक्षण दिया जाएगा।
विकलांग लोगो के लिए 3% का आरक्षण दिया जाएगा।
आवेदक का आधार कार्ड बैंक खाते से और मोबाइल नंबर से लिंक होना आवश्यक है।
आवेदनकर्ता के पास शेड बनाने के लिए खुदकी जगह होना आवश्यक है।
एक परिवार से केवल एक ही व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकता है।
जिन्होंने इसके पहले भी Mahamesh Yojana 2024 का लाभ लिया है, वह इसके पात्र नही होंगे।
महामेष योजना की अपात्रता
घुमंतू जनजातियां - क के अलावा अन्य कोई भी जाति के लोग महामेष योजना में आवेदन नही कर सकते है।
मुम्बई और मुंबई उपनगर के नागरिक जो घुमंतू जनजातियां - क में आते है वह भी इसके अपात्र है।
आवेदनकर्ता के परिवार से यदि कोई भी सरकारी नौकरी में था या फिर है तो वह इसके पात्र नही माना जाएगा।
जिसके पास खुदकी जगह नही होगी वह भी राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना के अपात्र है।
महामेश योजना ने आवेदन करने की प्रक्रिया
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना की सभी जरूरी जानकारी के बाद बारी आती है, आवेदन प्रक्रिया की। तो बता दे 2024 के लिए Mahamesh Yojana Online Application (आवेदन) शुरू हो चुके है। महामेष योजना की आवेदन प्रक्रिया कुछ इसप्रकार है -
Mahamesh Yojana 2024 की अधिकरिक वेबसाइट mahamesh.org पर जाना है।
इस वेबसाइट ओर आनेके बाद आपको लाल रंग के बार मे ‘अर्जासाठी नोंदणी करा’ ऐसा विकल्प देखने को मिलेगा, उसपर क्लिक करें।
इसमें आपको अपने आधार नंबर और फ़ोन नंबर के माध्यम से Mahamesh Yojana Online registration करना है।
यदि आपने पहले ही आवेदन किया है तो ‘केलेला अर्ज’ (किया हुआ आवेदन) इसपर क्लिक करके आप अपने आवेदन की स्थिति देख सकते है और उसमे आवश्यक बदलाव भी कर सकते है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको लॉगिन डिटेल्स मिलेंगे जिसके माध्यम से आप Mahamesh Yojana login कर सकते है और आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकते है।
Mahamesh Yojana login करने के बाद आपको अपना नाम, पता, आधार कार्ड नंबर आदि दर्ज करना है।
आपके परिवार में जितने भी सदस्य है उन सबकी जानकारी जैसे उनका नाम, जन्मतिथि और आधार कार्ड नंबर दर्ज करना है।
इतना करने के पश्चात आपको कुछ दस्तावेजो कि जानकारी दर्ज करनी होगी और सभी दस्तावेजो को अपलोड करना होगा।
दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद आपको Mahamesh Yojana Online Application को सबमिट करना है।
अंत मे अपने आवेदन की एक प्रिंट कॉपी निकालकर रकह ले ताकि भविष्य में यदि जरूरत पडती है तो आपके पास उपलब्ध हो।
इसप्रकार राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और योजना की स्थिति के बारेमें आपको SMS द्वारा बताया जाएगा।
महामेश योजना 2024 में लगनेवाले दस्तावेज
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना में लगनेवाले कुछ जरूरी दस्तावेजों की सूची की इसप्रकार है -
आवेदनकर्ता का जाती प्रमाणपत्र (cast)
आधार कार्ड
रेशन कार्ड
स्वयंघोषणा पत्र
शेड के लिए जमीन का 7/12 प्रतिलेख प्रमाणपत्र
विकलांग प्रमाणपत्र (यदि है तो)
बैंक खाता पासबुक
भाड़े से जमीन ली होगी तो 100₹ के स्टैम्प पर नोटरी किया हुआ रेंट एग्रीमेंट।
बचत समूह पंजीकरण प्रमाणपत्र (यदि बचत समूह आवेदन कर रहा है तो)
बचत समूह के सभी सदस्यों का जाती प्रमाणपत्र
पैन कार्ड (उपलब्ध होगा तो)
GST प्रमाणपत्र (यदि फैक्ट्री द्वारा आवेदन किया जा रहा है तो)
FPO के पास यदि भेड़ें है तो डॉक्टर द्वारा दिया गया सर्टिफिकेट
इसप्रकार एक व्यक्ति, बचत समूह या फिर पशुखाद्य उत्पादन करने वाली कंपनी द्वारा Mahamesh Yojana Online Application किया जा सकता है और उनके पास ऊपर दिए हुए सभी दस्तावेज होना अत्यावश्यक है। यदि एक भी दस्तावेज नही है तो आपका आवेदन अस्वीकार हो सकता है।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र के धनगर समुदाय के लोगो को रोजगार और उनके पारंपरिक व्यवसाय को बरकरार रखने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना की शुरुवात की गई है। इस योजना के माध्यम से घुमंतू जनजाति के लगभग 1000 लोगो को सरकार द्वारा 21 भेडों का समूह दिया जाएगा, जिसकी कुल कीमत 3 लाख 33 हजार रूपए है जिसमें आवेदक को केवल 25% राशि ही जमा करनी है और बाकी राशि सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। भेडों की कम होती तादाद के कारण भेड़ो से मिलने वाले लाभ और रोजगार भी खत्म होने के कगार पर है। इसी को ध्यान में रखते हुए Mahamesh Yojana 2024 शुरू की गई है। 2024 के लिए Mahamesh Yojana Online Application की शुरुआत हो चुकी है, यदि आप इस योजना की पात्रता को पूरा करते है तो आज ही आवेदन करें।
अक्सर पूछे जानेवाले कुछ सवाल और जवाब
1) महामेष योजना से क्या मिलने वाला है?
महामेष योजना से चरवाहा समुदाय के लोगो को 20 मादा भेड़ें और 1 नर भेड़ ऐसे कुल 21 भेड़ें मिलने वाली है। इसके साथ साथ भेड़ो की देखभाल के लिए अनुदान भी दिया जाएगा, हरी घास से भेड़ो का खाद्य बनाने वाली मशीन जो कि 8 लाख की है वह अनुदान में दी जायेगी, इसके अलावा यदि किसी को पशुखाद्य से जुड़ी फैक्टिरी शुरू करनी है तो उसके लिए भी अनुदान दिया जाएगा।
2) क्या महामेष योजना के फॉर्म शुरू हो चुके है?
राजे यशवंतराव होळकर महामेष योजना 2024 के फॉर्म शुरू हो चुके है। जिसकी अधिकारिक वेबसाइट https://www.mahamesh.org/webui/contact-us है।
3) महामेष योजना में फॉर्म भरने के लिए क्या क्या दस्तावेज होने चाहिए?
Mahamesh Yojana 2024 का फॉर्म भरने के लिए आवेदनकर्ता का आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाती प्रमाणपत्र, बैंक पासबुक, 7/12 आदि।
4) महामेष योजना के लिए कितनी धनराशि मिलेगी?
महामेष योजना 2024 के किसी भी प्रकार की कोई धनराशि नही दी जाती है बल्कि 21 भेडों की खरीदारी पर 75% की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है यानी कि केवल 25% की राशि आवेदनकर्ताओं को जमा करनी पड़ती है।
5) मेरे पास जाती प्रमाणपत्र नही हैं क्या मैं Mahamesh Yojana 2024 में आवेदन कर सकता हु?
नही! यह योजना केवल धनगर समुदाय (घुमंतू जनजाति - क) के लिए है, इसलिए जाती प्रमाणपत्र सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
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