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सुपर कंप्यूटर क्या है? इसकी विशेषताएं और उपयोग

दोस्तों, Hindipedia.in के साईट पे आप सभी का स्वागत है. आज हम सब इस आर्टिकल में जानने वाले है कि, सुपर कंप्यूटर क्या है ? या सुपर कंप्यूटर क्या होता है? , सुपर कंप्यूटर की विशेषताएं, उपयोग आदि क्या-क्या है?

वैसे तो आप सभी Computer से भली-भांति परिचित होंगे, पर अगर हम बात करें सुपर कंप्यूटर की तो आप में से कुछ यह सोच रहे होंगे की दोनों में फर्क क्या है दोनों तो Same है, सिर्फ एक के नाम में पहले Super जुड़ा हुआ है.

पर दोस्तों, ऐसा बिलकुल नही है, सुपर कंप्यूटर हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले Personal Computer से हर एक मामले में बेहतर है. 

जिस प्रकार Computer की तुलना में इस कंप्यूटर के आगे Super शब्द जुड़ा हुआ है, ठीक उसी प्रकार सुपर कंप्यूटर Personal Computer की तुलना में अधिक Advance व Fast है.

तो चलिए हम सब विस्तार से जानते है What Is Super Computer In Hindi ? के बारे में.


TABLE OF CONTENT'S

सुपर कंप्यूटर क्या है?

सुपर कंप्यूटर की विशेषताएं 

सुपर कंप्यूटर का उपयोग

भारत का पहला सुपर कंप्यूटर

भारत का Top 4 सुपर कंप्यूटर 

दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर

दस सबसे तेज सुपर कंप्यूटर


सुपर कंप्यूटर क्या है? What Is Super Computer In Hindi
सुपर कंप्यूटर क्या है?

सुपर कंप्यूटर क्या है?

सुपर कंप्यूटर बहुत से Processor और इसके साथ-साथ RAM को एक साथ जोड़ कर बना होता है. सुपर कंप्यूटर Personal Computer की तुलना में अधिक शक्तिशाली व तेज होते है. 

इनकी कार्य करने की शक्ति अधिक होती है, इसके अलावा सुपर कंप्यूटर की Calculation करने की क्षमता बहुत अधिक होती है. सुपर कंप्यूटर बहुत से Difficult कैलकुलेशन को कुछ ही सेकंड्स में करने की क्षमता रखता है.

इनके अन्दर Processor और RAM आम कंप्यूटर की तुलना में ज्यादा होते है, इसलिए यह अन्य Computer के मुकाबले किसी भी कार्य को अधिक तेजी से कर सकते है.

आप सोच रहे होंगे की अगर सुपर कंप्यूटर अधिक तेजी से कार्य करते है तो, इनके Speed को मापा कैसे जाता होगा? तो दोस्तों, मैं आपको बता दूँ की सुपर कंप्यूटर की Speed को FLOPS [Floating-Point Operation's Per Second] में मापा जाता है.  

तो, आइए FLOPS को थोड़ा विस्तार से जान लेते है:
नामइकाईमूल्य
KiloFLOPSKFLOPS103
MegaFLOPSMFLOPS106
GigaFLOPSGFLOPS109
TeraFLOPSTFLOPS1012
PetaFLOPSPFLOPS1015
Exa FLOPSEFLOPS1018
ZettaFLOPSZFLOPS1021
YottaFLOPSYFLOPS1024

सुपर कंप्यूटर का इतिहास

अगर हम इसके इतिहास के बारे में बात करें तो, सबसे पहला सुपर कंप्यूटर Seymour Cray [1925-1996] ने बनाया था. 

पर यह भी बात सत्य है की कोई एक इंसान इतने बड़े Computer को बिना किसी के मदद के नही बना सकता है. वैसे तो सुपर कंप्यूटर को बनाने में बहुत से लोगो ने योगदान दिया था, पर Seymour Cray का नाम इसलिए लिया जाता है क्यूंकि उन्होंने इसे बनाने में ज्यादा योगदान दिया था.
 
दुनिया का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर का नाम - CDC 6600 था.

 


सुपर कंप्यूटर की विशेषताएँ

⚈ Speed: जैसा की मैंने ऊपर इस आर्टिकल, सुपर कंप्यूटर क्या है? में बताया है की सुपर कंप्यूटर के Speed का कोई तोड़ नहीं है. एक सुपर कंप्यूटर प्रति सेकंड हमारी अनुमान से ज्यादा Calculation's कर सकता है. 

एक Personal Computer की अपेक्षा सुपर कंप्यूटर लाखो गुणा तेज होता है. मान लिया जाये की एक सुपर कंप्यूटर किस काम को या किसी कैलकुलेशन को करने में 100 सेकंड्स लेता है, तो यही काम एक साधारण कंप्यूटर को करने में हजारों साल लग जायेंगे.

 Accuracy: एक सुपर कंप्यूटर की कैलकुलेशन लगभग 100% त्रुटिरहित होती है. यदि एक सुपर कंप्यूटर का Data और इसका Programme सही हो तो, सुपर कंप्यूटर कभी गलती नही करता है.

Permanent Storage: एक सुपर कंप्यूटर में मौजूद Memory क्षमता को निर्देशों, सुचना तथा डाटा के स्थायी भण्डारण के लिए उपयोग में लाया जाता है, क्यूंकि सुपर कंप्यूटर में सूचनाएं डिजिटल माध्यम से एकत्रित की जाती है.
  
Large Storage Capacity: एक सुपर कंप्यूटर की External तथा Internal Storage जैसा की: Hard Disk, Floppy Disk, C.D ROM, S.S.D इत्यादि, में बहुत अधिक डाटा और अनेक प्रकार के निर्देशों को संग्रहित किया जाता है.

इस माध्यमो के द्वारा Computer में डाटा कम स्थान घेरती है तथा सूचनाओ को संग्रहित करती है, इसलिए भी सुपर कंप्यूटर की क्षमता बहुत अधिक और असीमित होती है. 

Fast Retrieval: एक सुपर कंप्यूटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की, वह किसी भी प्रकार के सुचनाओ को तेजी से प्राप्त करता है. इसी तीव्रता के कारण ही इसे Super computer कहा जाता है.

Quick Decision: सुपर कंप्यूटर जिस किसी भी पर्पस पे काम कर रहा है, उस परिस्थिति को पहचान कर पहले दिए गए Command के आधार पर वर्तमान की स्थिति पर अधिक तीव्र गति से निर्णय लेने की Capability रखता है.

 Versatility: वर्तमान में उपयोग किए जाने वाले सुपर कंप्यूटर अनेको प्रकार के कार्य करने में सक्षम है तथा इनके द्वारा एक साथ अलग-अलग कम किए जा सकते है. अलग-अलग कम एक साथ करने के बावजूद भी इसमें किसी भी प्रकार की खामिया नज़र नही आती है.

 Repetition: एक सुपर कंप्यूटर में किसी कार्य या गणना के प्रोग्राम में निश्चित कर देने पर, एक ही तरह के काम बहुत बार या लगातार विश्वसनीयता तथा अधिक तेजी से कराए जा सकते है.

Hindi में Super Computer को महासंगणक कहा जाता है.


 
सुपर कंप्यूटर का उपयोग 

हमने ऊपर इस आर्टिकल में सुपर कंप्यूटर क्या है? और इसकी विशेषताएँ क्या है? यह जाना अब हम सब सुपर कंप्यूटर के उपयोग के बारे में जानेगे.

 इसका उपयोग सामान्यतः थोड़ी समय में अधिक-से-अधिक या बड़े पैमाने पर कैलकुलेशन करने के लिए किया जाता है.

 इसके अलावा इसका उपयोग, आर्मी तथा वैज्ञानिक अनुसंधान व अलग-अलग प्रयोगशालाओ में किया जाता है.

 इसका उपयोग मौसम की भविष्यवाणी और वायुगतिकी अनुमान लगाने या पता लगाने के लिए भी किया जाता है.

पर अगर हम बात करें आज के समय की तो, आज के Date में इसका उपयोग यही तक सीमित नही है, वर्तमान में इसका उपयोग जटिल-से-जटिल गणनाओ को हल करने के लिए भी किया जाता है.

ऐसे Super Computer’s को H.P.C भी कहा जाता है. जिसका पूर्णरूप HIGH PERFORMANCE COMPUTING होता है.

इन सुपर कंप्यूटर को किसी खास कामो के लिए उपयोग में लाया जाता है, जैसे की:

 खगोल वैज्ञानिकी के उपयोग में.

 अत्यधिक जटिल रासायनिक अनुसंधानों में.

 दवाओं की बड़ी-बड़ी कंपनियों में भी ऐसे Super Computer’s का पुरे विश्व भर में उपयोग किया जाता है.

 इसका अन्य उपयोग इंजीनियरिंग में जैसे: बड़े-बड़े Statue’s, भौतिकी जटिल संगणना, बिल्डिंग्स और बड़े पुल के Blue Prints तैयार करने के लिए भी किया जाता है.


भारत का पहला सुपर कंप्यूटर और इसका इतिहास 

दोस्तों, अगर हम बात करें भारत के पहले सुपर कंप्यूटर की तो, इसका नाम Param 8000 है, जिसे भारत के वैज्ञानिक डॉ विजय पांडुरंग भटकर ने बनाया था.

अगर हम 1980-1990  के भारत की बात करें तो, उस समय भारत अन्य देशो के मुकाबले टेक्नोलॉजी के मामले में थोड़ा पीछे जरुर था, पर फिर भी भारत के वैज्ञानिक स्पेस में रॉकेट्स भेजने में सक्षम हो गए थे.

पर भारतीय वैज्ञानिको को सुपर कंप्यूटर के ना होने के कारण अनेक समस्याओ का सामना करना पड़ रहा था.

वैज्ञानिको की इस समस्या को देखकर राजीव गाँधी ने अमेरिका के President Ronald Reagan से मिलने का सोचा क्यूंकि राजीव गाँधी उस समय भारत के Prime Minister थे.

राजीव गाँधी अमेरिका पहुंचे और व Ronald Reagan से मिले पर बहुत बात करने के बाद भी Ronald Reagan ने हामी नही भरी, अंत में उन्होंने सुपर कंप्यूटर देने से इंकार कर दिया.


   राजीव गाँधी- भारत के सबसे युवा Prime Minsiter थे [40 वर्ष की आयु में] कार्यकाल- [1984-1989]

 

उस समय अमेरिका में दो ही ऐसी बड़ी कंपनी थी जो सुपर कंप्यूटर बनाती थी. पहला CRAY और दूसरा IBM.

यह दोनों कंपनी भारत के साथ Deal करने को राजी थे पर अमेरिकन President ने ऐसा करने से उन्हें साफ-साफ मना कर दिया था.

जैसा की आप जानते है की, उस समय भारत Technology क्षेत्र में अन्य देशो के मुकाबले काफी पीछे था और यहाँ के बहुत से आम जनता को भी नही पता था की सुपर कंप्यूटर क्या है?

इसके बाद भी जब राजीव गाँधी को Ronald Reagan ने सुपर कंप्यूटर देने से मना कर दिया तो, राजीव गाँधी ने भारत में एक Meeting बैठाई और उस वक़्त वहां कई भारतीय वैज्ञानिक भी मौजूद थे.

उस समय एक बात सामने निकलकर आया की भारत के वैज्ञानिको में भी वह क्षमता है की वह सुपर कंप्यूटर बना सकते है.

इस Meeting में राजीव गाँधी ने भारतीय वैज्ञानिको को अनुमति दे दिया सुपर कंप्यूटर बनाने का, और इन सब का मुख्य भार IT Sector के डॉ विजय पांडुरंग भटकर के हाथो सौंपा गया.

उनकी टीम ने दो साल के अन्दर सुपर कंप्यूटर का प्रोटोटाइप बना लिया था. पर बहुत से वैज्ञानिको का यह मानना था की वह काम तो सही कर रहा था पर सुपर कंप्यूटर की तरह नही दिख रहा था.

उस वक़्त Switzerland में सुपर कंप्यूटर का Exhibition चल रहा था तब डॉ विजय पांडुरंग भटकर अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और India का नेतृत्व किया.

उस समय इण्डिया के सुपर कंप्यूटर परम 8000 को 2nd Rank दिया गया. इस प्रकार परम 8000 पुरे विश्व में Famous हो गया, तथा विश्व के अन्य देशो के नज़र में भारत की एक अलग छवि बन गई.

यह भारत और भारत के वैज्ञानिको के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी, क्यूंकि उन्होंने ना सिर्फ सुपर कंप्यूटर बनाया, बल्कि उन्होंने सबसे कम कीमत में सुपर कंप्यूटर बनाया था जो की विश्व भर में चर्चा का विषय बन गया था.


भारत के 4 सबसे तेज सुपर कंप्यूटर

जैसा की आप सभी ने सुपर कंप्यूटर क्या है? के इस आर्टिकल में जाना की सुपर कंप्यूटर का उपयोग अन्य देशो में किन चीजो के लिए किया जाता है, 

ठीक वैसे ही भारत में भी Medical, शिक्षा व Automobile के क्षेत्र में इसका उपयोग रिसर्च के लिए किया जाता है.

अगर हम बात करे टॉप 500 सुपर कंप्यूटर की सूचि की तो, हाल ही में जारी किए गए इस सूचि के अनुसार भारत के 11 ऐसे सुपर कंप्यूटर है जो तेज है और जिनका नाम इस सूचि में शामिल है.

पर इनमे से चार ऐसे भारतीय सुपर कंप्यूटर है जिनका Top 500 के List में Rank बहुत अच्छा है, और वह चार सुपर कंप्यूटर निम्न है:

No. सुपर कंप्यूटर रैंक [टॉप 500 में]
1. Aaditya 116 रैंक
2. Sahasra T 145 रैंक
3. PADUM 166 रैंक
4. Param Yuva 2 251 रैंक


दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर

CDC 6600 सुपर कंप्यूटर को दुनिया के पहले सुपर कंप्यूटर का दर्जा दिया गया है. CDC 6600 का पूरा नाम - Control Data Corporation 6600 है.

CDC 6600 सुपर कंप्यूटर को बनाने का पूरा श्रेय Seymour Cray और Boris Babayan को जाता है, जिन्होंने यह सुपर कंप्यूटर  1964  में तैयार किया था.

अगर हम बत करें CDC 6600 के साइज़ की तो, वर्तमान के Super Computer's की तुलना में CDC 6600 का आकर काफी छोटा था और यह एक CPU पर कार्य करता था.



दुनिया के दस सबसे तेज सुपर कंप्यूटर 

RANK SuperComputer
1. Fugaku
2. Summit
3. Sierra 
4. Sunway Taihulight
5. Tianhe-2
6. HPC5
7. Selene
8. Frontera
9. Marconi-100
10. Piz Daint


Fugaku को दुनिया के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर [What Is SuperComputer In Hindi?] की सूचि में पहला स्थान दिया गया है. 

Fugaku एक जापानी सुपर कंप्यूटर है, जिसे मेडिकल के क्षेत्र, प्राकृतिक आपदा और ब्रह्मांड के जरूरी नियमो का अध्यन करने के लिए बनाया गया है.

अगर इसकी कार्य करने की क्षमता या गति की बात करें तो, यह Summit सुपर कंप्यूटर से 2.8 गुना ज्यादा तेज है.

Fugaku की विशेषताएं: 

Fugaku Linux Operating System पर कार्य करता है.
इसकी स्पीड 400+ PFLOPS है.
इसमें Storage 1.6 TB SSD है.
Architecture: ARM V 8.2A.
इसका CPU 52 CORE का है.
MicroProcessor: A64FX.
इसकी Memory 32GIB की है.

निष्कर्ष:

तो दोस्तों, यह थे सुपर कंप्यूटर क्या है? इसकी विशेषताएं और उपयोग के बारे में पूरी जानकारी.

हमने अपने इस आर्टिकल में आपके साथ सुपर कंप्यूटर से जुड़े हर एक चीजो को साझा किया है. हमे उम्मीद है की आप सभी को हमारा यह लेख पसंद आया होगा.

---------अपना बहुमूल्य समय देने के आप सब का दिल से धन्यवाद् -----------

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